डिजिटल छत्तीसगढ़ क्या है?
Publish: 03 November 2025, 3:46 am IST | Views: 76
🔸 प्रस्तावना (Introduction)
21वीं सदी सूचना और तकनीक की सदी है। आज दुनिया के हर कोने में डिजिटल क्रांति का प्रभाव देखा जा सकता है। भारत ने “डिजिटल इंडिया मिशन” के माध्यम से देश को डिजिटल सशक्त समाज बनाने का सपना देखा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ राज्य ने भी एक महत्वाकांक्षी पहल की — “डिजिटल छत्तीसगढ़”, जिसका उद्देश्य है शासन, नागरिक और सेवाओं के बीच तकनीकी पुल (Digital Bridge) तैयार करना।
छत्तीसगढ़ एक समृद्ध सांस्कृतिक, प्राकृतिक और औद्योगिक राज्य है, लेकिन यहाँ का बड़ा हिस्सा ग्रामीण और वन क्षेत्रीय है। ऐसे में डिजिटल तकनीक का उपयोग केवल सुविधा नहीं, बल्कि विकास का माध्यम बन गया है। यही कारण है कि “डिजिटल छत्तीसगढ़” राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास का नया प्रतीक बनकर उभरा है।
🔸 डिजिटल छत्तीसगढ़ की परिभाषा (Definition)
डिजिटल छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की एक समग्र (Comprehensive) योजना है, जिसका उद्देश्य है —
“हर नागरिक को शासन की सेवाओं से जोड़ना, और तकनीक के माध्यम से पारदर्शी, सुलभ व त्वरित प्रशासन स्थापित करना।”
यह योजना सिर्फ सरकारी कार्यालयों को कंप्यूटराइज करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य है हर नागरिक को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, रोजगार, शासन और नागरिक सेवाओं के हर पहलू को डिजिटल नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है।
🔸 प्रमुख लक्ष्य (Main Objectives)
- ई-गवर्नेंस (E-Governance):
सरकारी विभागों में तकनीकी सुधार लाकर प्रक्रियाओं को तेज़, पारदर्शी और जनहितैषी बनाना। - डिजिटल कनेक्टिविटी:
राज्य के हर गाँव और शहर को हाई-स्पीड इंटरनेट नेटवर्क से जोड़ना, ताकि हर नागरिक तक सेवाएँ पहुँच सकें। - डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy):
नागरिकों को कंप्यूटर, स्मार्टफोन और ऑनलाइन सेवाओं के उपयोग के प्रति प्रशिक्षित करना। - ई-हेल्थ और ई-एजुकेशन:
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल माध्यमों से सुलभ बनाना, ताकि ग्रामीण इलाकों में भी समान अवसर मिल सकें। - डिजिटल अर्थव्यवस्था और स्टार्टअप:
युवाओं को तकनीक-आधारित रोजगार और नवाचार के अवसर प्रदान करना। - पर्यावरण संरक्षण और पेपरलेस प्रशासन:
सरकारी कामकाज को डिजिटाइज करके पेपर का उपयोग कम करना, जिससे पर्यावरण संरक्षण हो सके।
🔸 डिजिटल छत्तीसगढ़ की प्रमुख संस्थाएँ और ढाँचा
1. छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी (CHiPS):
यह “डिजिटल छत्तीसगढ़” परियोजना की मुख्य कार्यान्वयन एजेंसी है। यह संस्था राज्य की IT नीति बनाती है, डिजिटल परियोजनाओं का संचालन करती है और निजी कंपनियों के साथ साझेदारी में काम करती है।
2. CGSWAN (Chhattisgarh State Wide Area Network):
यह नेटवर्क राज्य के सभी जिलों, ब्लॉकों और तहसीलों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ता है। इससे शासन के विभिन्न विभाग आपस में सीधे संपर्क में रहते हैं।
3. CGNIC (Chhattisgarh Network for Information and Communication):
यह राज्य की सूचना प्रणाली है जो सरकारी वेबसाइटों, पोर्टल्स और डेटा सर्वरों का प्रबंधन करती है।
4. ई-डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट:
इसके तहत नागरिक सेवाएँ जैसे जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, आय/जाति/निवास प्रमाणपत्र, पेंशन, राशन कार्ड, आदि ऑनलाइन उपलब्ध कराए गए हैं।
5. जन सेवा केंद्र (CSC):
ग्राम पंचायत स्तर पर स्थापित ये केंद्र नागरिकों को ऑनलाइन सेवाओं की सुविधा देते हैं — यह डिजिटल सशक्तिकरण की जमीनी इकाई हैं।
6. CGNet और CGNet Swara:
एक अभिनव प्लेटफॉर्म जो ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के लोगों को अपनी आवाज़ रिकॉर्ड कर साझा करने की सुविधा देता है। यह “डिजिटल लोक-संचार” का उदाहरण है।
🔸 प्रमुख क्षेत्र जहाँ डिजिटल छत्तीसगढ़ ने परिवर्तन किया
📚 1. शिक्षा (Digital Education):
राज्य के स्कूलों और कॉलेजों में “स्मार्ट क्लासरूम”, “ऑनलाइन लर्निंग पोर्टल” और “ई-लाइब्रेरी” जैसी योजनाएँ शुरू की गई हैं।
“CG School” और “Padhai Tuhar Dwar” जैसी योजनाओं ने दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जोड़ा है।
🏥 2. स्वास्थ्य (E-Health):
टेलीमेडिसिन सेवाओं के ज़रिए गाँवों के मरीज अब जिला अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों से सीधे परामर्श ले सकते हैं।
ई-हॉस्पिटल, ऑनलाइन अपॉइंटमेंट और मेडिकल डेटा प्रबंधन से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ी है।
🌾 3. कृषि (Digital Agriculture):
किसानों को फसल की जानकारी, मौसम पूर्वानुमान, बीज और खाद उपलब्धता जैसी सूचनाएँ मोबाइल ऐप्स और पोर्टलों के माध्यम से दी जा रही हैं।
“किसान पंजीयन पोर्टल” और “ई-उपार्जन” प्रणाली ने पारदर्शिता बढ़ाई है।
🏢 4. प्रशासन (E-Governance):
सभी विभागों के कार्यों को ई-ऑफिस सिस्टम से जोड़ा गया है। अधिकारी अब ऑनलाइन नोटशीट और फाइल ट्रैकिंग कर सकते हैं।
इससे फाइलों के अटकने और भ्रष्टाचार के मामले घटे हैं।
💼 5. रोजगार और उद्योग (Digital Economy):
डिजिटल छत्तीसगढ़ ने IT सेक्टर को बढ़ावा देकर युवाओं के लिए नए अवसर पैदा किए हैं।
स्टार्टअप छत्तीसगढ़ नीति के तहत कई युवा उद्यमी डिजिटल सेवाओं, ऐप डेवलपमेंट, और ई-कॉमर्स के क्षेत्र में कार्यरत हैं।
🔸 डिजिटल छत्तीसगढ़ के लाभ (Benefits)
- सेवाओं की पारदर्शिता: अब नागरिकों को किसी बिचौलिए की आवश्यकता नहीं है; सेवाएँ सीधे ऑनलाइन मिल रही हैं।
- गति और दक्षता: सरकारी प्रक्रियाएँ तेज़ और कुशल हुई हैं।
- भ्रष्टाचार में कमी: ई-गवर्नेंस से कागज़ी प्रक्रियाओं में हेराफेरी की संभावना कम हुई है।
- नागरिक सशक्तिकरण: ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोगों को डिजिटल रूप से सक्षम बनाया गया है।
- नया रोजगार: IT, ई-कॉमर्स और डिजिटल सेवा क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़े हैं।
- स्मार्ट सिटी विकास: रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जैसे शहरों में स्मार्ट ट्रैफिक, CCTV, Wi-Fi, और ऑनलाइन शिकायत निवारण जैसी सुविधाएँ शुरू की गई हैं।
🔸 चुनौतियाँ (Challenges)
हर बड़े परिवर्तन के साथ कुछ चुनौतियाँ भी आती हैं।
- ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की कमी: कई इलाकों में अभी भी इंटरनेट कनेक्टिविटी सीमित है।
- डिजिटल साक्षरता का अभाव: बुजुर्गों और ग्रामीण आबादी को अभी भी डिजिटल तकनीक सीखने की आवश्यकता है।
- साइबर सुरक्षा: डेटा चोरी, हैकिंग और गोपनीयता से जुड़ी समस्याएँ बढ़ रही हैं।
- तकनीकी रखरखाव: सर्वर, उपकरण और सॉफ्टवेयर को नियमित अपडेट की आवश्यकता होती है।
राज्य सरकार इन चुनौतियों से निपटने के लिए लगातार प्रशिक्षण, नई नीतियाँ और बुनियादी ढाँचे का विकास कर रही है।
🔸 भविष्य की दिशा (Future Vision)
डिजिटल छत्तीसगढ़ की अगली दिशा AI, IoT, Cloud Computing, Blockchain और 5G आधारित सेवाओं की ओर है।
भविष्य में हर गाँव में “डिजिटल ग्राम पंचायत”, हर स्कूल में “स्मार्ट एजुकेशन” और हर नागरिक के लिए “वन क्लिक गवर्नेंस” उपलब्ध होगा।
सरकार का लक्ष्य है कि 2027 तक छत्तीसगढ़ 100% डिजिटल रूप से कनेक्टेड राज्य बने।
🔸 निष्कर्ष (Conclusion)
डिजिटल छत्तीसगढ़ केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के नये युग की पहचान है।
यह पहल दिखाती है कि कैसे तकनीक का सही उपयोग प्रशासन को जनहितकारी बना सकता है।
आज छत्तीसगढ़ के गाँवों में भी इंटरनेट की रोशनी जल रही है, बच्चे ऑनलाइन पढ़ रहे हैं, किसान मोबाइल से जानकारी पा रहे हैं, और नागरिक अपनी आवाज़ सरकार तक सीधे पहुँचा पा रहे हैं।
“डिजिटल छत्तीसगढ़ — जहाँ तकनीक है विकास की ताकत, और हर नागरिक है भविष्य का हिस्सा।”
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