भीम आर्मी छत्तीसगढ़ प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश आजाद ने 18 जून को जारी किया प्रेस नोट, कहाँ आन्दोलन में शामिल निर्दोषों पर कार्यवाहीं न हो
Publish: 19 June 2024, 4:39 am IST | Views: 580
छत्तीसगढ़: गिरौदपुरी अमर गुफा धाम में लगभग 15-16 मई को हुए तोड़ फोड़ मामले में, जिसमें सतनामी समाज के आस्था और गुरु बाबा घासीदास जी के विचारों के प्रतीक जोड़ा जय स्तंभ। को असमाजिक तत्व के लोगों द्वारा आरी से काटकर फेंक दिया गया था उक्त मामले में सतनामी समाज आन्दोलीत हुआ सतनामी समाज व विभिन्न समाजिक संगठनों के द्वारा लगातार आन्दोलन के बाद सरकार को विभिन्न जिलों से न्यायिक जांच हेतु ज्ञापन दिया गया । व बलौदाबाजार-में पुरे सतनामी समाज व समाजिक संगठनों को आमंत्रित करते हुए 10 जुन को शांतिपूर्ण आन्दोलन का आह्वान किया गया था। जिसमें सतनामी समाज के द्वारा केवल ज्ञापन सौंपना तय किया गया था । सतनामी समाज के साथ विभिन्न संगठनों ने भी शांति रुप से समर्थन देते हुए उक्त आन्दोलन में हिस्सा लिया । लेकिन दुर्भाग्यवश 10 जुन को सतनामी समाज के शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे आंदोलन अचानक हिंसा का रुप लिया जो समझ से परे है। यह प्रतित होता है कि यह एक साज़िश के तहत की गई घटना है
जिसका सर्वप्रथम भीम आर्मी उक्त हिंसा का विरोध करता है और किसी भी प्रकार से हिंसा का समर्थन नहीं करता है उक्त मामले में न्यायिक जांच हो दोषियों पर कार्रवाई हो। लेकिन निर्दोष भीम आर्मी के लोगों को पुलिस प्रशासन द्वारा बर्बरता पूर्वक गिरफ्तार कर उन पर अत्याचार कर रही है जो उचित नहीं है क्योंकि भीम आर्मी के कार्यकर्ता संविधान के मानने वाले हैं और हमेशा से संवैधानिक रुप से समाजिक मुद्दों पर अपनी मांगों को रखते आए हैं भीम आर्मी के कार्यकर्ता कतई संविधान से उपर उठकर कानून अपने हाथ में नहीं लेंगे। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को जबरदस्ती टारगेट किया जा रहा है
उक्त हिंसा मामले में स्पष्ट रुप से राजनीतिक गलियारों में हलचल है जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष लगातार एक दुसरे के उपर आक्रामक बनी हुई है। और अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं लगातार शासन और प्रशासन और विपक्षी नेताओं व अधिकारियों द्वारा अपनी नाकामी छुपाने के लिए भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के उपर उन्गली उठा रहे हैं बयान बाजी कर रहे है। पुर्व मुख्यमंत्री भुपेश बघेल कहते हैं कि भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी क्यों नहीं।
उक्त आन्दोलन में खुद कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों से जुड़े हुए लोग इनके नेता विधायक उपस्थित थे पहले उन्हें गिरफ्तार किया जाए और उन्हें भी हिरासत में लेकर कडा़ई से पुछताछ किया जाए ।निर्दोष लोगों को नहीं। उक्त मामले में निष्पक्ष न्यायिक जांच हो , जो दोषी हैं उन पर कठोर कार्यवाही हो।
बलौदाबाजार-मुद्दा एक समाज से जुड़ा हुआ मुद्दा है जिसमे एक समाज के चरित्र और चित्र दोनों को खराब करने के मंशा से , सोचि समझी साज़िश है सतनामी समाज शांति प्रिय समाज है गंभीरता पुर्वक जांच हो।
यह प्रेस नोट भीम आर्मी प्रदेश महासचिव छत्तीसगढ़ के फेसबुक में पोस्ट कर जारी किया गया है,
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