सभी प्रकार के मुहावरों का अर्थ हिन्दी में जाने
Publish: 27 June 2023, 2:52 am IST | Views: 122
मुहावरा अरबी भाषा का शब्द है इसका साधारण अर्थ है बातचीत अभ्यास, परंतु अभियान एक परिभाषित शब्द की भांति प्रयुक्त होता है कोई भी ऐसा वाक्यांश जिसका शब्दार्थ ना लेकर विलक्षण अर्थ लिया जाए मुहावरा कहलाता है | मुहावरों और उसके लक्षण अर्थों में कोई न कोई संबंध अवश्य होता है | उनका संबंध अधिकांश जनता की भाषा से होता है और जनता ही उन्हें बनाती है | इस दृष्टि से मुहावरे प्रत्येक भाषा की निधि है | उनसे भाषा जीवित रहती है उनके प्रयोग से भाषा में लालित्य, और और प्रवाह आ जाता है |
मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करना सरल काम नहीं है | इसके लिए अध्ययन तथा अभ्यास की बड़ी आवश्यकता है | इनके अनुचित प्रयोग से अर्थ का अनर्थ हो जाता है |
इस दृष्टि से निम्नांकित बातों पर ध्यान देना आवश्यक है
1 पहली बात तो यह है कि मुहावरों का अपनी भाषा में सहज प्रयोग करना चाहिए | जबरदस्ती के ठुसे हुए मुहावरों से भाषा में वह आकर्षण नहीं आ पाता, जो उसके सहज प्रयोग से आता है | उदाहरण के लिए प्रेमचंद ने अपने पूरे साहित्य में मुहावरों का सहज रूप में प्रयोग किया है, इसलिए मुहावरों ने उनकी अभिव्यक्ति में चार चांद लगा दिए हैं, किंतु इन के विपरीत अयोध्या सिंह उपाध्याय हरियाणा में बोलचाल में मुहावरों का इतना अधिक प्रयोग कर दिया है कि अनेक स्थानों पर मुहावरों की सार्थकता समाप्त हो गई है|
- दूसरी बात ध्यान देने में रखने के लिया है कि मुहावरों के शब्द बदले नहीं जा सके | उदाहरण के लिए ‘ पानी पानी होना’ का ‘जलजल होना’ नहीं कहा जा सकता और ना ‘ आंखों में धूल झोंकना’ को ‘ चक्षुओं में धूल झोंकना’ | मैथिलीशरण गुप्त ने अपनी रचनाओं में कहीं कहीं मुहावरों में कुछ शब्दों के पर्याय रख दिए हैं | जिनसे मुहावरों का सहज सौंदर्य नष्ट हो गया है | उदाहरण के लिए उन्होंने प्रयोग किया है इसको ही कहते हैं उंगली पकड़ प्रकोष्ठ पकड़ लेना’ स्पष्ट ही यहां पहुंचा के स्थान पर प्रकोष्ठ का प्रयोग किया गया है, तत्सम का बहुत कम तो मुहावरों में जिन शब्दों का प्रयोग होता है उन्हीं को करना चाहिए ना कि उनके पर्याय का |
अंग-अंग ढीला होना - थक जाना
अंगूठा दिखाना - इनकार करना
अच्छे घर का बना देना - अधिक बलवान से बैर भाव रखना
अंतड़ियों में बल पड़ना - अधिक हंसना
अड्डा जमाना - नित्य रहने लग जाना
अपना उल्लू सीधा करना - स्वार्थ सिद्ध करना
आंखें चार होना - देखा- देखी होना
आंखें चुराना - छिप जाना
आंखें काली पीली करना - क्रोध करना
आंखें पथरा जाना - बहुत प्रतीक्षा करना
आंखें फेर लेना - प्रतिकूल होना
आंखें बदल जाना - प्रेम में अंतर आ जाना
आंखें बिछाना - स्वागत करना
आंखों का कांटा होना - बुरा लगना
आंखो का पानी गिर जाना - निर्लज्ज हो जाना
एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल देना - ध्यान ना देना
ईंट से ईंट बजा देना - नष्ट करना
ईद का चांद होना - बहुत दिनों बाद दर्शन देना
उंगली पकड़ते गले पकड़ना - थोड़ा सहारा पाकर सब पर अधिकार कर लेना
उंगली पर नाचना - वश में रहना
उड़ती चिड़िया पहचानना - दिल की बात समझ लेना
उल्टा माथा पढ़ना - तकदीर पलट जाना
उलटी गंगा बहना - विपरीत बात करना
एक लकड़ी से हांकना - समान बर्ताव करना
एक आंख से देखना - सबको बराबर समझना
एकटक देखना - ध्यान से देखना
कलेजा निकाल कर रख देना - अपने भरसक प्रयत्न करना
कलेजा ठंडा होना - शांत होना
कलेजे पर सांप लोटना - ईर्ष्या से दिल जलना
कलेजा मुंह को आना - जी घबराना
कल्पना के घोड़े दौड़ाना - मनमानी कल्पना करना
कसौटी करना - परीक्षा करना
काठ का उल्लू - मूर्ख
कान कतरना - बहुत चालाक होना
कान खड़े होना - सजग होना
खटाई में पड़ना - उलझन होना
खाक छानना - भटकना
खाख डालना - छिपाना
खाने दौड़ना - गुस्से में आ जाना
खून का प्यासा होना - जानी दुश्मन होना
खून सूख जाना - भयभीत हो जाना
खोपड़ी चाट जाना - दिमाग लगा देना
ख्याली पुलाव पकाना - मनमानी कल्पनाएं करना
गड़े मुर्दे उखाड़ना - पुरानी बातें दोहराना
गर्दन पर छुरी फेरना - अत्याचार करना
गले मढ़ना - जबरदस्ती कोई काम सब देना
गांठ का पूरा होना - मालदार होना
गाल बजाना - डिंग मारना
गुड गोबर करना - काम बिगाड़ देना
गुड़ियों का खेल होना - सहज काम होना
घड़ों पानी पड़ जाना - अत्यंत लज्जित होना
घर काटने दौड़ना - सूनापन अनुभव करना
घर का शेर होना - केवल घर में बल दिखाना
घर सिर पर उठाना - शोर करना
घर का ना घाट का होना - कहीं का ना होना
घाट घाट का पानी पीना - अनुभवी होना
घाव पर नमक छिड़कना - हृदय सुखाना
घाव हरा होना - भूले हुए दुख की याद आना
घी के दिए जलाना - हर्षित होना
चांद पर थूकना - व्यर्थ निंदा करना
चारों खाने चित होना - असफल हो जाना
चिकना घड़ा होना - निर्लज्ज होना
चिड़िया फसाना - मालदार किसी स्त्री को बहकाना
चीत पर चढ़ना - मनसे बस जाना
चिराग गुल होना - संतान के मृत्यु हो जाना
चुटकी लेना - चुभती बात करना
छक्के छुड़ाना - हराना
छक्के छूटना - निरुत्साह हो जाना
छठी का दूध याद आना - सब भूल जाना
छप्पर फाड़ कर देना - बिना परिश्रम के देना
छाती पर पत्थर रखना - सहन कर लेना
छाती पर सांप लोटना - इर्ष्या होना
जबानी जमा खर्च करना - बहुत कहना
थोड़ा करना - जमीन चूमने लगना
फिर गिरना जहर का घुट पीना - क्रोध सहन करना
जान के लाले पड़ना - संकट में पड़ना
जान पर खेलना - खुशी से प्राण देना
जी छोटा करना - निरुत्साह होना
जी तोड़ काम करना - बहुत मेहनत करना
जीती मक्खी निगलना - बेईमानी करना
झक मारना - विवाह करना
टक से जवाब देना - साफ इनकार करना
टट्टी की ओट में शिकार खेलना - चुपके चुपके विरोध करना
टपक पढ़ना - अचानक आ जाना
टस से मस न होना - विचलित ना होना
टांग अड़ाना - दखल देना
टाट उलटना - दिवाला निकालना
टालमटोल करना - बहाना करना
ठोकरे खाना - कष्ट उठाना
डंडे बजाते फिरना - व्यर्थ घूमना
डकार ना लेना - चुपचाप हजम कर जाना
डूबते को तिनके का सहारा - संकट में सहायता मिलना
डोरी ढीली कर देना - देखरेख कम रहना
ढिंढोरा पीटना - प्रचार करना
ढेर करना - गिरा देना
तिल का ताड़ करना - छोटी बात को बढ़ाना
तिल धरने की जगह न होना - बहुत भीड़ होना
तीन तेरह करना - तितर बितर करना
तूती बोलना - रोब होना
तोते की तरह पढ़ना - बिना समझे पढ़ना
तोता चश्मी करना - बेमुरव्वत होना
थाली का बैगन होना - पक्ष बदलना
थूक कर चाटना - कह कर मुकर जाना
दंग रह जाना - आश्चर्य में होना
दबे पांव निकल जाना - चुपचाप चले जाना
दांत खट्टे करना - दांतो तले उंगली दबाना
आश्चर्य प्रकट करना - दांत पीसकर रह जाना
दाने दाने को तरसना - खाना ना मिलना
दाल में कुछ काला होना - संदेह की बात होना
धज्जियां उड़ाना - दुर्गति करना
धता बताना - बात बनाकर टाल देना
धूप में बाल सफेद होना - कुछ भी अनुभव होना होना
धोखे की टट्टी होना -तत्वहीन होना
नजर लग जाना - बुरी दृष्टि का प्रभाव होना
नमक खाना - किसी का दिया खाना
नमक अदा करना - एहसान का बदला चुकाना
नमक-मिर्च लगाना - किसी बात को बढ़ाना
नाक कट जाना - बदनामी हो जाना
पगड़ी उछालना - बेइज्जती करना
पट्टी पढ़ाना - बुरी सलाह देना
पते की कहना - रहस्यपूर्ण बात कहना
पत्थर की लकीर हो जाना - दृढ़ हो जाना
परछाई पकड़ना - असत्य बात के लिए परेशान होना
पर लग जाना - स्वालंबी हो जाना
पल्ला भारी होना - पक्ष सबल होना
पहाड़ टूट पड़ना - मुसीबत आ जाना
फूक-फूक कर कदम रखना - सोच समझ कर काम करना
फूट-फूट कर रोना - बहुत रोना
फूटी आंखों ना बहाना - अच्छा ना लगना
फुल सूंघ कर रह जाना - कम खाना
फूला न समाना - अत्यंत खुश होना
बगुला भगत होना - कपट करना
बगले झांकना - निरुत्तर हो जाना
बट्टा लगाना - कलंक लगाना
बाँह पकड़ना - सहायता देना
बाएं हाथ का खेल होना - सहन होना
बात का धनी होना - वादे का पक्का होना
भांडा फोड़ना - भेद खोलना
भनक पड़ना - खुछहाल मिलना
भाड़ झोंकना - व्यर्थ समय नष्ट करना
भाड़े का टट्टू होना - किराए का आदमी होना
मक्खियां मारना - बेकार घूमना
मन के लड्डू खाना - मन प्रसन्न होना
माथा ठनकना - आशंका होना
माथे मढ़ना - जिम्मेदार करना
माथे पर बल पड़ना - नाराज होना
मिट्टी के मोल बिकना - सस्ता बिकना
मीन-मेख करना - बहाना करना
रंग में रंग जाना - प्रभावित हो जाना
रंग उड़ना - डर जाना
रंग जमाना - धाक जमाना
रंग में भंग पड़ना - मजा किरकिरा होना
लंगोटिया यार होना - घनिष्ठ मित्र होना
लंबी-चौड़ी हांकना - व्यर्थ बातें करना
लकीर के फकीर होना - पुरानी ऋत पर चलना
लड़ाई मोल लेना - झगड़ा करना
लपेट में आना - फस जाना
सहद लगा कर चाटना - किसी भी काम वस्तु को रखना
शिकार हाथ लगना - आसानी से मिलना
शेखी बघारना - डिंग मारना
सफेद झूठ - सरासर झूठ
सब्ज बाग दिखाना - प्रलोभन देना
हक्का बक्का रह जाना - चकित रहना
हथियार डाल देना - हार मान लेना
हराम होना - कोई काम ना हो सकना
हवा में बातें करना - बहुत तेज चलना
हां में हां मिलाना - चापलूसी करना
आई लब यू कहना - प्यार का इजहार करना
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